Sunday, August 9, 2009

ब्लॉग बुखार??

दस बारह दिन से तबियत कुछ खराब सी थी सोचा डॉक्टर को दिखा आऊं | डॉक्टर के पास गया डॉक्टर ने रग पकडी और चिंतित स्वर में बोला :आपको तो ब्लॉग बुखार हुआ है |
मै बोला : ब्लॉग बुखार??डॉक्टर साहब इस बिमारी के लक्षण क्या है ?
डॉक्टर बोला : देखिये इस बीमार में मरीज नई नई रचना लिखने की सोचता है |
मैने पूछा : तो क्या है नई रचना लिखदे ? डॉक्टर: देखिये सिर्फ रचना लिखने से ही बिमारी से छुटकारा नहीं मिलता , रचना लिखने के बाद टिप्पणी के लिए मरता रहता है, और जीतनी ज्यादा टिप्पणी आती हैं मरीज उतना खुश होता है ,और फिर नई नई रचना लिखने के लिए बेचैन हो उठता है |
मैंने समाधान पूछा : डॉक्टर साहब इस बिमारी से कैसे निपटा जाए ?
डॉक्टर साहब ने बताया : देखिये वैसे तो इस बिमारी का कोई इलाज नहीं है हाँ अगर थोडी रहत महसूस करने के लिए १०-१५ दिन का अवकाश ले कर ब्लॉग जगत से दूर रहना चाहिए |

तो भाई डॉक्टर की सलाह ना माने तो बिमारी विकराल रूप ले लेगी अत:१५ -२० दिन दूर रहने के लिओये राजस्थान जा रहा हूँ | आप सब की याद तो बहुत आएगी पर गाँव में नेट का साधन भी नहीं है | इसलिए याद आकर रह जायेगी |
वापस आ कर देखता हूँ | किस ने क्या कहा | कल सबेरे यानी १०.०८.०९ को निकल जाउंगा गंगटोक से और ११.०८.०९ को न्यू जल्पाइगुरि से पूर्वोत्तर संपर्क क्रांति में सवार हो कर डेल्ही के रस्ते चल दूंगा | तब तक राम राम ,अलविदा, खुदा हाफिज,