Sunday, January 17, 2010

जिंदगी इको है यानी गूंज है!!!

☃ ये कहानी मुझे गूगल के जरिये सर्च करने पर मिली !! जिसने भी लिखी है बहुत सुन्दर है!!!

पहेला के पहेलवान है दिनेश राय जी द्विवेदी !!!

सही जवाब है
16 January 2010 8:13 PM
दिनेशराय द्विवेदी Dineshrai Dwivedi said...
13 नारियल।
एक बोरे में २५ नारियल! दो बोरे हैं तो दो बोरों का कमीशन २ नारियल प्रत्येक स्टेशन पे !एक बोरा खोलेगा और दोनों बोरों का कमीशन एक ही बोरे से देगा | १२ वां स्टेशन पास करते ही २४ नारियल दे चुका होगा ! १३ वां स्टेशन आने से बोरे का बचा हुआ एक नारियल उस एक बोरे का देगा! १३ स्टेशन चले गए और १२ स्टेशन बाकी हैं ! अब १२ स्टेशन हैं और २५ नारियल ! घर पहुंचते पहुंचते १२ नारियल और दे चुका होगा ! उसके पास बचे १३ नारियल !
दिनेशराय जी को बधाई दीजिये !!!
devendraji ne एक नारियल की भूल करदी थी!!
आप सभी का धन्यवाद जिन्होंने अपनी बहुमूल्य टिप्पिया दी!