नवल धवल सूरज से आलोकित हो घर आँगन परिवार, नूतन वर्ष २०१० की आपको अशेष शुभकामनायें अपार, बाधाएं दूर हो जीवन की, नित प्रेम सुरभि का हो संचार, मन में करुणा व्यापे निस दिन बढे सुखों का कोषागार,
वर्ष २०१० मे हर माह एक नया हिंदी चिट्ठा किसी नए व्यक्ति से भी शुरू करवाने का संकल्प लें और हिंदी चिट्ठों की संख्या बढ़ाने और विविधता प्रदान करने में योगदान करें।
- यही हिंदी चिट्ठाजगत और हिन्दी की सच्ची सेवा है।-
अगर हंसने पर कोई टेक्स नहीं है | तो फिर क्यूं होठों को भींच रखा है, जाने दो अपने होठों को कानो तक फिक्र मत कीजिये हंसने से होठ नहीं फटते, बल्कि फटे दिल सिल जाते हैं, अगर मेरी रचना से आपको ज़रा सी भी हंसी आ जाए तो मेरा सौभाग्य!!
बढिया .. आपके और आपके पूरे परिवार के लिए भी नया वर्ष मंगलमय हो !!
ReplyDeleteनवल धवल सूरज से आलोकित हो घर आँगन परिवार,
ReplyDeleteनूतन वर्ष २०१० की आपको अशेष शुभकामनायें अपार,
बाधाएं दूर हो जीवन की, नित प्रेम सुरभि का हो संचार,
मन में करुणा व्यापे निस दिन बढे सुखों का कोषागार,
आपुनाक उ नोतून बोसोरोर हुबेस्सा ज्नालूं .....!!
ReplyDeleteआप को ओर आप के परिवार को ओर आप के सभी दोस्तो को नववर्ष की बहुत बधाई एवं अनेक शुभकामनाए!!
ReplyDeleteबहुत बढिया......
ReplyDeleteआपको सपरिवार नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाऎँ!!!!!!!!!!
बढिया!!
ReplyDeleteनववर्ष की हार्दिक शुभकामनाए!
मुरारी अच्छी की है कलाकारी
ReplyDelete।
रखिएगा इसे सदा ही जारी।
बेहतरीन!!
ReplyDeleteवर्ष २०१० मे हर माह एक नया हिंदी चिट्ठा किसी नए व्यक्ति से भी शुरू करवाने का संकल्प लें और हिंदी चिट्ठों की संख्या बढ़ाने और विविधता प्रदान करने में योगदान करें।
- यही हिंदी चिट्ठाजगत और हिन्दी की सच्ची सेवा है।-
नववर्ष की बहुत बधाई एवं अनेक शुभकामनाएँ!
समीर लाल
उड़न तश्तरी