मंगल कर सुमंगल कर, दे दे मैया सु-मति !!
नए गीत नए तराने सब कुछ है इस जहां मैं |
खो गयी है समझ प्यार प्रीत की, ढूंढूं कहाँ मैं !
ज्ञान बहुत है इंसां को बस दे दे उनको सदमती!
मन के कुंजी पटल पर वैर भाव वाले शब्द न हो |
मेरे बोल से दिल न दुखे मानवता निशब्द न हो ||
नवचेतना नवसृजन को दे दे मैया अब गति !
sundar rachna...
ReplyDeleteवसंत पंचमी की शुभकामनायें
जय हिंद...
वसंत पंचमी की शुभकामनायें
ReplyDeleteबहुत शानदार!
बहुत सुंदर लिखा है .. वसंत पंचमी की शुभकामनाएं !!
ReplyDeleteसुंदर,
ReplyDeleteजय माँ शारदे
बसंत पचमी की बधाई
आप सभी को वसंत पंचमी की शुभकामनाएं.
ReplyDeleteBahut hee sundar! Anek shubhkamnayen!
ReplyDeleteसभी को वसंत पंचमी की शुभकामनाएं!
ReplyDeleteआपको भी वसन्त पंचमी की बहुत बहुत शुभकामनाऎँ!!!
ReplyDeleteमाँ सरस्वती की सब पर कृ्पा बनी रहे!!!!
बसंत पंचमी की बहुत बहुत शुभकामनाएँ .........
ReplyDeleteवसंत पंचमी की हार्दिक शुभ कामनाएँ...सुंदर स्तुति
ReplyDeleteवसंत पंचमी की शुभकामनायें
ReplyDeleteआपको पसंद पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं।
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औरतों के दाढ़ी-मूछें उग आएं तो..?
ज्योतिष के सच को तार-तार करता एक ज्योतिषाचार्य।