कहें अपनी बात सीधी दिल की||
इस अनमोल दौलत के लिए आपका हार्दिक आभार।------------------ये तो बहुत ही आसान पहेली है?धरती का हर बाशिंदा महफ़ूज़ रहे, खुशहाल रहे।
लीजिये अंगूठा लगा दिया :)
धन्यवाद जी जाते हैं
मियाँ मुरारी लाल जी, गोलगप्पे तो आपके बहुत बढिया लगे :)
वहाँ पर जाने के लिए लिंक नहीं दिख रही?
आपके लिए ही लिखा है आप ने टिपण्णी की धन्यवाद !!!
इस अनमोल दौलत के लिए आपका हार्दिक आभार।
ReplyDelete------------------
ये तो बहुत ही आसान पहेली है?
धरती का हर बाशिंदा महफ़ूज़ रहे, खुशहाल रहे।
लीजिये अंगूठा लगा दिया :)
ReplyDeleteधन्यवाद जी जाते हैं
ReplyDeleteमियाँ मुरारी लाल जी, गोलगप्पे तो आपके बहुत बढिया लगे :)
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