कमला : तू तो बड़ी कमीनी है, अच्छी तरह जानती हूँ तू क्या क्या गुल खिलाती है खेत में |
धापली : तेरे जैसी कमीनी भी नहीं हूँ, पड़ोस में छाछ लेने के बहाने जा कर क्या क्या नैन मटक्का करती है मुझे सब पता है |
कमला: तेरे तो पुरे खान दान की की कहानी मुझे पता है|
धापली:और तेरे खानदान की कहानी ?जैसे मुझे पता नहीं है !
कमला : अरे तेरी दादी तो तेरे दादे को छोड़ के भाग गयी थी |
धापली: रहने दे मेरा मुह मत खुलवा ! तेरी बुआ जो धोबी के साथ भाग गयी थी ? खानदानी इश्कबाज रहे हो तुम लोग |
कमला : अरी कलमुही तेरे को तो मैं किसी गधे के साथ भेजूंगी |
(इतने में चुन्नी भैया उधर से गुजर रहे थे, धापली ने चुन्नी भैया को देखकर कहा ): अरी नाशपिटी तेरे को मैं इस चुन्नी लाल के साथ भेजूंगी ! (अब चुन्नी भैया को ये बात सुनाई दे गई और चुन्नी लालजी वहीँ खड़े हो गए| झगडा लगातार चलता रहा |आधी घंटा खड़े रहने के बाद चुन्नी भैया उनके नजदीक आये और धापली से बोले): अरे धापली मैं रुकूँ की जाऊं |
(फिर क्या था कमला टूट पड़ी चुन्नी पे)
दोनो की लड़ाई मे चुन्नु भैया का फ़ायदा होने वाला था..
ReplyDeleteमजेदार कहानी....बधाई
ha,,,ha,,ha,,ha,
ReplyDeletemai rukun ki jaaun
ha,,ha,ha,
maja aa gaya padhkar
bahut khoob rahi
चुन्नु भईया बेचारे....
ReplyDeleteचुन्नीलाल का भविष्य उज्ज्वल है। वे रुक ही जायें! :-)
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ReplyDeleteये तो बडी नाईंसाफी हुई बेचारे चुन्नी भैया के साथ:)
ReplyDeleteखानदानी इश्कबाज:) हा हा हा......
BECHAARE CHUNNI LAAL ....... KHAMKHA HI PIT GAYE... KAMAAL KA HAASY HAI AAPKI POST MAIN ....
ReplyDeleteमैं रुकूँ की जाऊं ?
ReplyDeleteदिलचस्प.
तुम्हारी इस पोस्ट ने मुझे मेरे गांव की याद दिला दी, जहां पर ऐसी झड़पें तो आम ही सुनने को मिलती हैं।
ReplyDeleteपारीक भई मजा गया आपकी ये पोस्ट पढकर !!
ReplyDeleteएक सच्चाई, जिसे फैंटेसी के रूप में स्वीकार कर सकते हैं।
ReplyDeleteवैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाएं, राष्ट्र को उन्नति पथ पर ले जाएं।
बहुत बढिया लिखा है !!
ReplyDeleteहा हा हा! Nice one!
ReplyDeleteमज़ेदार, बढ़िया लिखा.
ReplyDeleteबधाई ही बधाई.
चन्द्र मोहन गुप्त
जयपुर
www.cmgupta.blogspot.com
bahut hi badhiya ....
ReplyDeleteमुझे तो चुन्नीलाल आप ही लग रहे हैं,फिर उसके बाद क्या हुआ....हा...हा..हा..
ReplyDeleteरोचक लेखन के लिए बधाई!
ReplyDeletewaah ji chunni ke to ware nyarekar diye aapne .....!!
ReplyDeleteketiaa aahile ...??
वाह वाह क्या बात है! बहुत ही दिलचस्प और मज़ेदार कहानी लिखा है आपने ! बढ़िया लगा!
ReplyDeleteha ha ha ha.... he he he.... hu hu hu...
ReplyDeletebahut badiya...
मजेदार रही |
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